यहाँ विद्यार्थी एवं शिक्षक अपनी कक्षा एवं विषय से सम्बंधित प्रश्न पूछ सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए अपनी कक्षा के विषय के लिए निर्धारित बॉक्स में अपना प्रश्न अंकित कर सकते है। साथ ही, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दे सकते हैं।
1- प्रकाश एक तरह की उर्जा है , जो हमारी आँखों को संवेदित करती है | 2- निर्वात में प्रकाश की चाल 3×108 मी/से होती है | 3- जो वस्तुएं प्रकाश उत्पन्न करती हैं , उन्हें प्रदीप्त वस्तुएं कहते हैं | जैसे – सूर्य, विद्युत् बल्ब , मोमबत्ती इत्यादि | 4- जो वस्तुएं खुद प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं उन्हें अप्रदीप्त वस्तुएं कहते हैं | जैसे – चंद्रमा , पृथ्वी , पहाड़ इत्यादि | 5- दृश्य प्रकाश की तरंगदैर्ध्य 7800 A0 से 3900 A0 तक होती है |
6- प्रकाश एक स्थान से दुसरे स्थान तक विद्युत् चुम्बकीय तरंगो के रूप में गति करता है | 7- किसी सतह से टकराकर प्रकाश का वापस अपने मार्ग में लौटना ‘परावर्तन’ कहलाता है | 8- जब प्रकाश किसी पारदर्शी माध्यम से टकराकर अपने मार्ग से विचलित हो जाता है तो यह क्रिया ‘अपवर्तन’ कहलाती है | 9- निर्वात में प्रकाश की चाल सबसे अधिक होती है | 10- जिस माध्यम से होकर प्रकाश गुजरता है , उसे प्रकाशिक माध्यम कहते हैं |
11- जिस माध्यम से होकर प्रकाश आर-पार निकल जाता है , उसे पारदर्शी माध्यम कहते हैं | जैसे – हवा , कांच इत्यादि 12- जिस माध्यम से होकर प्रकाश का केवल कुछ भाग ही निकल पाता है , उसे पारभासक माध्यम कहते हैं | जैसे – पानी , हल्के कपडे इत्यादि 13- जिस माध्यम से होकर प्रकाश नहीं निकल सकता है , उसे अपारदर्शी माध्यम कहते हैं | जैसे – लकड़ी , मिट्टी इत्यादि 14- यदि किसी स्थान से आकर प्रकाश किरण एक ही बिंदु पर मिलती हों , तो उन किरणों को अभिसारी किरण कहेंगे | 15- यदि प्रकाश किरण एक ही बिंदु से आ रही हों , तब उन किरणों को अपसारी किरण कहेंगे | यह अभिसारी किरणों के विपरीत होती हैं |
16- यदि प्रकाश किरण एक दुसरे के समान्तर हों , तो इस तरह की किरणों को समान्तर किरण कहेंगे | 17- जिस सतह से प्रकाश का परावर्तन होता है , उसे परावर्तक तल कहते हैं | 18- प्रकाश के परावर्तन के दो नियम हैं – i) आपतित किरण , अपवर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर अभिलम्ब तीनो एक ही तल में होते हैं | ii) आपतन कोण तथा अपवर्तन कोण बराबर होते हैं | 19- परावर्तन के बाद यदि प्रकाश किरण किसी बिंदु पर वास्तव में मिलती हो, तो वास्तविक प्रतिबिम्ब प्राप्त होगा | इसे परदे पर प्राप्त किया जा सकता है | 20- यदि परावर्तन के बाद प्रकाश किरण किसी बिंदु पर वास्तव में नहीं मिलती हों बस मिलती हुई प्रतीत हों , तब प्राप्त होने वाला प्रतिबिम्ब आभासी होगा | इसे परदे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है | इसका केवल फोटो लिया जा सकता है |
Chapter 1 : Reflection of Light
1- प्रकाश एक तरह की उर्जा है , जो हमारी आँखों को संवेदित करती है | 2- निर्वात में प्रकाश की चाल 3×108 मी/से होती है | 3- जो वस्तुएं प्रकाश उत्पन्न करती हैं , उन्हें प्रदीप्त वस्तुएं कहते हैं | जैसे – सूर्य, विद्युत् बल्ब , मोमबत्ती इत्यादि | 4- जो वस्तुएं खुद प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं उन्हें अप्रदीप्त वस्तुएं कहते हैं | जैसे – चंद्रमा , पृथ्वी , पहाड़ इत्यादि | 5- दृश्य प्रकाश की तरंगदैर्ध्य 7800 A0 से 3900 A0 तक होती है |
6- प्रकाश एक स्थान से दुसरे स्थान तक विद्युत् चुम्बकीय तरंगो के रूप में गति करता है | 7- किसी सतह से टकराकर प्रकाश का वापस अपने मार्ग में लौटना ‘परावर्तन’ कहलाता है | 8- जब प्रकाश किसी पारदर्शी माध्यम से टकराकर अपने मार्ग से विचलित हो जाता है तो यह क्रिया ‘अपवर्तन’ कहलाती है | 9- निर्वात में प्रकाश की चाल सबसे अधिक होती है | 10- जिस माध्यम से होकर प्रकाश गुजरता है , उसे प्रकाशिक माध्यम कहते हैं |
11- जिस माध्यम से होकर प्रकाश आर-पार निकल जाता है , उसे पारदर्शी माध्यम कहते हैं | जैसे – हवा , कांच इत्यादि 12- जिस माध्यम से होकर प्रकाश का केवल कुछ भाग ही निकल पाता है , उसे पारभासक माध्यम कहते हैं | जैसे – पानी , हल्के कपडे इत्यादि 13- जिस माध्यम से होकर प्रकाश नहीं निकल सकता है , उसे अपारदर्शी माध्यम कहते हैं | जैसे – लकड़ी , मिट्टी इत्यादि 14- यदि किसी स्थान से आकर प्रकाश किरण एक ही बिंदु पर मिलती हों , तो उन किरणों को अभिसारी किरण कहेंगे | 15- यदि प्रकाश किरण एक ही बिंदु से आ रही हों , तब उन किरणों को अपसारी किरण कहेंगे | यह अभिसारी किरणों के विपरीत होती हैं |
16- यदि प्रकाश किरण एक दुसरे के समान्तर हों , तो इस तरह की किरणों को समान्तर किरण कहेंगे | 17- जिस सतह से प्रकाश का परावर्तन होता है , उसे परावर्तक तल कहते हैं | 18- प्रकाश के परावर्तन के दो नियम हैं – i) आपतित किरण , अपवर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर अभिलम्ब तीनो एक ही तल में होते हैं | ii) आपतन कोण तथा अपवर्तन कोण बराबर होते हैं | 19- परावर्तन के बाद यदि प्रकाश किरण किसी बिंदु पर वास्तव में मिलती हो, तो वास्तविक प्रतिबिम्ब प्राप्त होगा | इसे परदे पर प्राप्त किया जा सकता है | 20- यदि परावर्तन के बाद प्रकाश किरण किसी बिंदु पर वास्तव में नहीं मिलती हों बस मिलती हुई प्रतीत हों , तब प्राप्त होने वाला प्रतिबिम्ब आभासी होगा | इसे परदे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है | इसका केवल फोटो लिया जा सकता है |
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